अष्टम भाव में शनि हो तो उपाय :-
1. गले में चाँदी की चैन धारण करें।
2. शराब का त्याग करके और मांसाहार कभी न करें।
3. शनिवार के दिन आठ किलो उड़द की दाल बहती नदी में प्रवाहित करें। उड़द काले कपड़े में बांध कर लेकर जाएँ और बंधन खोल कर ही प्रवाहित करें अति शुभ रहेगा।
4. सोमवार के दिन चावल का दान करना आपके लिए उत्तम होगा।
5. काला कुत्ता पालें और उसकी सेवा जरूर करें।
नवम भाव में शनि हो तो उपाय :-
1. पीले रंग का रुमाल हमेशा अपने पास रखें।
2. साबुत मूंग की दाल मिट्टी के बर्तन में भरकर नदी में बहा दें।
3. साव 6 रत्ती का पुखराज गुरुवार के दिन को धारण करें।
4. कच्चा दूध शनिवार दिन कुएं में डालें।
5. हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएँ।
दशम भाव में शनि हो तो उपाय :-
1. पीले रंग का रुमाल हमेशा अपने पास रखें।
2. अपने कमरे के पर्दे , बिस्तर का कवर , दीवारों का रंग आदि पीले रंग से रंगवाएँ, यह आप के लिए अति उत्तम रहेगा।
3. बूंदी के लड्डू गुरुवार को बाँटे।
4. आपने नाम से मकान न बनवाएँ।
5. अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध या दही का तिलक करें।
6. शनि दोष निवारण मन्त्र का जप जरूर करे।
7. शनि यंत्र धारण जरूर करें।
एकादश भाव में शनि हो तो उपाय :-
1. शराब का त्याग करें और मांसाहार भी न करें।
2. मित्रों के वेश मे छुपे शत्रुओ से सावधान रहें।
3. पराई स्त्री से अवैध संबंध कभी न बनाएँ।
4. शनि यंत्र धारण जरूर करें।
5. कच्चा दूध शनिवार के दिन कुएं में गिरायें।
6. कौवों को दाना डालें।
द्वादश भाव में शनि हो तो उपाय :-
1. जातक को कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए ।
2. चार सूखे नारियल बहते पानी में प्रवाहित करें।
3. शनिवार के दिन काले कुत्ते ओर गाय को रोटी खिलाएँ।
4. शनिवार को सरसों का तेल और काले उड़द की दाल का दान करें।
5. साँप को दूध पिलाएँ।